जौनपुर। 2017 के चुनाव में लोगों के अनुसार पूर्व विधायक गुलाब सरोज का टिकट कटवाने में और संजय सरोज को टिकट दिलवाने में पूर्व सांसद की अहम भूमिका थी। संजय सरोज से दूरभाष से हुई सवाल जबाब पर उन्होने बताया कि नेता रूप में पूर्व सांसद ने मेरा सहयोग जरूर किया लेकिन उस समय राजनारायण बिन्द जिलाध्यक्ष थे।
पूरा जिला संगठन और कार्यकर्ता मेरे साथ था पूर्व विधायक का टिकट कटने में नेता जी सर्वे के अधार पर विधायक जी का टिकट काटा। इस बार पूर्व सांसद अपने लिए विधानसभा केराकत क्षेत्र से टिकट के लिए मांग की है। उस पर संजय सरोज ने कहा कि इस बार हम फिर कार्यकर्ताओं के बल पर टिकट का आवेदन किया हुं। आज भी कार्यकर्ता मुझे चाह रहे है। सबसे बड़ी बात यह है 2017 के चुनाव में मेरी मेरिठ सबसे ज्यादा है। चाहे पूर्व विधायक चुनाव लड़े है चाहे सांसद जी चुनाव लड़े है। कार्यकर्ताओं के बल पर हमें वोट सबसे ज्यादा मिला है यदि नेतृत्व टिकट हमें देते है तो चुनाव लड़ूगा यदि दूसरे को देते है तो मैं उसका सहयोग करके सरकार बनाना है।
चुनाव का मुद्दा क्या है उन्होने बताया कि महंगाई भष्टाचार के खिलाफ हमारे नेता की नीति है हमारे चुनाव से पहले प्रेस वार्ता में पहले कह दिए कि हमारी सरकार बनती है तो 300 यूनिट बिजली फ्री पहली कैबिनेट के बैठक में दस लाख लोगो को नौकरी मिलेगी इसमें नेता की नियत साफ है। उनके नेतृत्व में रहकर काम करना है। जो उनके घोषणा पत्र से काम करूगाँ टिकट के दावेदार में बताया कि केराकत विधानसभा क्षेत्र से 10 लोग है। पूर्व मंत्री दीपचंद सोनकर, पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेन्द्र राम को लेकर दस लोग आवेदन किये है। पूर्व सांसद जी ने आवेदन नहीं किए है। टिकट मांग रहे हैं। यदि नेतृत्व हमको टिकट देगे तो चुनाव मैं भी लड़ूगा यदि दूसरे को टिकट दे रहे है राष्ट्रीय अध्यक्ष के चेहरे को देखते हुए उनके साथ रह कर 2022 में सरकार बना कर किसान गरीब नौजवान सबका काम किया जायेगा।