जौनपुर। मड़ियाहूं में तैनात एसडीएम मंगलेश दुबे का स्थानांतरण बलरामपुर हो जाने के कारण तहसील के लेखपालों एवं कर्मचारियों ने शनिवार को विदाई समारोह आयोजित किया।
विदाई समारोह में तहसील परिसर में लेखपाल एवं कर्मचारियों के अलावा एक भी अधिवक्ता नहीं रहे। कर्मचारियों एवं अधिवक्ताओं के बीच उपजे तनाव में उपजिलाधिकारी के मोहरा बनने के कारण तहसील के इतिहास में पहली बार हुआ कि किसी एसडीएम के विदाई में तहसील के अधिवक्ता शामिल नहीं हुए। विदाई समारोह में उपस्थित कर्मचारियों ने पूर्व एसडीएम का माला पहनाकर भव्य स्वागत किया एवं तहसीलदार एके त्रिपाठी एवं नायब तहसीलदार संतोष कुमार सिंह ने बुके देकर उनका विदाई किया। समारोह में क्षेत्राधिकारी संत प्रसाद उपाध्याय भी मौजूद रहे। इस मौके पर उपजिलाधिकारी मंगलेश दुबे ने कहा कि जिले में हमारा कार्यकाल बहुत ही अच्छा रहा हमने हमेशा हर किसी का सहयोग ही किया। मछलीशहर में लेखपाल का मामला हो अथवा कर्मचारी का मामला हो हमने सहयोगी किया और मैं जहां भी रहूंगा सहयोग करता रहूंगा।
एसडीएम मांगीलाल दुबे ने मड़ियाहूं के तीन कर्मचारियों से माफी भी मांगी कहा कि हमने इन कर्मचारियों को बहुत ही डांट पिलाई थी लेकिन यह डांट उनके अच्छे के लिए किया था। उन्होंने कर्मचारियों से यह भी कहा कि मैं विदाई अपना नहीं चाहता हूं लेकिन मेरी तहसील थी इसलिए कर्मचारियों द्वारा आयोजित विदाई में शामिल हुआ। साथ में उन्होंने कर्मचारियों से अपील किया कि सोमवार को राजा साहब की हवेली में मेरी विदाई है जो भी कर्मचारी सम्मिलित होना चाहते है उनका स्वागत है।
इस मौके पर नायब तहसीलदार संतोष कुमार सिंह, संत प्रसाद उपाध्याय, ईओ डा. संजय कुमार, तहसीलदार अमित त्रिपाठी के अलावा तहसील लेखपाल संघ के अध्यक्ष रमेश तिवारी कानूनगो महेंद्र सिंह लेखपाल रविंद्र नाथ सिंह मौजूद रहे।