जौनपुर। सिद्धिकपुर का निर्माणाधीन उमानाथ सिंह राज्यचिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य सीएम व प्रमुख सचिव के निरीक्षण के बाद बंद हो गया। श्रमिको ने बकाया भुगतान न होने से काम का बहिष्कार कर दिया। जिससे मेडिकल कॉलेज में निर्माण कार्य अधर मे लटक गया है। निर्माणाधीन उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण विगत 9 सितंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। खामियां मिलने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए प्रमुख सचिव आलोक कुमार को बारीकियों से निरीक्षण के लिए भेजा था उनके निरीक्षण तक तो कार्य चलता रहा। उसके बाद नोडल अधिकारी , डीएम, सीडीओ ने भी निरीक्षण किया और निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। एडमिन भवन, छात्रावास, आवासीय परिसर, सेमिनार भवन, लाइब्रेरी, फ्रन्ट सुन्दरीकरण समेत भवनों का कार्य समय से पूर्ण हो जाना चाहिए। लेकिन निर्माण एजेंसी राजकीय निर्माण निगम, टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड, बालाजी प्रोजेक्ट लिमिटेड के अधीन कार्य कर रहे श्रमिकों को काफी लंबा बकाया भुगतान नहीं मिला। जिसके चलते श्रमिकों ने मंगलवार को कार्य का बहिष्कार कर दिया। निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप हो गया। मैटेरियल सप्लाई करने वाले ठेकेदारो का भी बकाया है।
बताया जाता है कि एजेंसियों के जिम्मेदारों के बीच रस्साकशी का माहौल चल रहा है। एक दूसरे से बजट लेने की खिंचातान है और रिवाइज रेट को लेकर भी तनातनी है। प्रदेश के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद यादव ने भी मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य मे तेजी लाने के लिए जोर दिया था। लेकिन एजेंसी के जिम्मेदारों पर कोई असर नहीं रहा। निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद हो गया। इस बारे में राजकीय निर्माण निगम के पीएम पीएन सिंह से कई बार फोन पर संपर्क किया गया लेकिन फोन नहीं उठा।
