जौनपुर। मड़ियाहूं तहसील के रामनगर विकास खंड के आदीपुर गांव निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व विधायक जगन्नाथ राव की 17 वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
सादे समारोह में उनके निवास पर उपस्थित अतिथियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दिया और पूर्व विधायक स्व. जगन्नाथ राव के कृतियों पर प्रकाश डाला गया। इस मौके पर जगन्नाथ राव के नाती अजीत प्रताप सिंह, विभूति नारायण सिंह, दीपक पटेल, मनीष सिंह, ब्रह्म देव उपाध्याय, मुरली पाल आदि मौजूद रहे।
पूर्व विधायक जगन्नाथ राव कौन थे आजादी में कितना योगदान रहा।
बताते है कि जगन्नाथ राव अंग्रेजों की जुल्मों से काफी मर्माहत थे। देश के आजादी में इन्होंने क्रांतिकारियों से मिलकर इलाहाबाद में अंग्रेजों की जा रही रेल को रोक दिया और क्रांतिकारियों के साथ रेल पटरी भी उखाड़ दिया था। जिसके बाद जगन्नाथ राव का नाम अंग्रेजों की लिस्ट में क्रांतिकारियों के रूप में आया और अंग्रेजों ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। रेल रोको के साथ स्वतंत्रता की लड़ाई में अपनी भागीदारी देकर क्षेत्र के लोगों की चहेते बन गए थे।
देश में स्वतंत्रता के बाद उन्होंने भारतीय जनसंघ का दामन थाम लिया था। जौनपुर जनपद की मड़ियाहूं विधानसभा 265 निर्वाचन क्षेत्र से 1962 में उन्हें भारतीय जनसंघ पार्टी से प्रत्याशी बनाया गया जिसमें चुनाव परिणाम के बाद विधायक बन गए। जगन्नाथ राव 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री कांग्रेश के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लागू करने का विरोध करने पर जन संघ के प्रमुख कार्यकर्ताओं में जगन्नाथ राव को भी जेल में ठूस दिया गया था। स्व. जगन्नाथ राव आजादी के बाद भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पेंशन को सरकार के कोष में दान दे दिया जो इतिहास के रूप में पन्नों में दर्ज है।