आतंकी हमले के विरोध में जौनपुर के पत्रकारों का फूटा गुस्सा,पाकिस्तानी झण्डे को फूंक राष्ट्रपति को भेजा चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन
जौनपुर(17फर.)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा में बीते 14 फरवरी को हुये आतंकी हमले के विरोध में जनपद के पत्रकारों सहित तमाम धर्म व जाति के बुद्धिजीवियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से शुक्रवार को महामहिम राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन भेजा।

ज्ञापन के माध्यम से लोगों ने शहीद जवानों को नमन करने के साथ ही इससे जुड़े लोगों को चिन्हित कर कार्यवाही की मांग किया। लोगों की मांग है कि शहीद जवानों के परिजन को 50 लाख रूपया अहेतुक सहायता दिया जाय।

शहीद की पत्नी या बच्चे को सरकारी विभाग में उच्च पद पर नौकरी दी जाय। इस आतंकी हमले से जुड़े सभी लोगों को पकड़कर फांसी पर चढ़ाया जाय। शहीदों का बलिदान व्यर्थ न जाय, इसके लिये आतंक से जुड़े सभी लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाय। इस दौरान जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद एसडीएम सदर मंगलेश दुबे को चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन देने से पूर्व पत्रकारों समाजसेवियों, बुद्धजीवियों एवं अन्य संगठनों ने कलेक्ट्रेट स्थित पत्रकार भवन पर सभा कर हिंदुस्तान के मस्तक जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में विस्फोटक करने पर पाकिस्तान के इस कायराना हमले की निन्दा किया और पाकिस्तान का झंडा जलाकर मुर्दाबाद के नारे लगाएं। उसके बाद समूचे कलेक्ट्रेट परिसर में चक्रमण कर विरोध जताया।
इस अवसर पर मो. अब्बास, लोलारक दुबे, कपिलदेव मौर्य, राजेश श्रीवास्तव, डा. ब्रजेश यदुवंशी, राजेश साहू, शम्भूनाथ सिंह, राकेशकान्त पाण्डेय, विनोद विश्वकर्मा, रामजी जायसवाल, अनूप गौड़, भोले विश्वकर्मा, संजय चौरसिया, संतोष राय, चन्द्र प्रकाश तिवारी, राजकुमार, अजीत सोनी, मनोज ओझा, राम दयाल द्विवेदी, विरेन्द्र प्रताप सिंह, नितिश कुमार, दीपक सिंह, मनीष सिंह, सुधाकर शुक्ला सहित तमाम पत्रकार, शिक्षक, बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

इसी तरह जनपद के रजा डीएम शिया इण्टर कालेज कॉलेज में पुलवामा में आतंकी हमलों में मारे गए शहीद जवानों के प्रति छात्रों अभिभावकों एवं अध्यापकों ने कैंडल मार्च निकालकर शोक जताया और अपना विरोध प्रकट किया। इस अवसर पर अध्यापकों ने कहा कि पाकिस्तान का यह बर्ताव ठीक नहीं है। वह आतंकवादियों के हौसले को बुलंद करता है जो ठीक नहीं है इसके लिए भारत भी चुप नहीं बैठेगा।