जौनपुर(25फर.)। प्रदेश सरकार के कैबिनेट कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि किसान जगेगा तो देश मजबूत होगा। इतना ही नही देश खुशहाल भी होगा। उन्होंने कहा कि किसानों को खेत में पुआल एवं डंठल को जलाने से बचना चाहिए। इससे पर्यावरण को हानि के साथ खेतों की पैदावार पर असर पड़ता है। उन्होंने किसानों को कतारबद्ध बुआई के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि इससे कम लागत में अधिक पैदावार होती है। श्री शाही सोमवार को बक्शा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर आधारित किसान मेला, कृषि प्रदर्शनी एवं किसान गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कही।
कृषि मंत्री शाही ने कहा कि पिछले 55 सालों में कांग्रेस तथा प्रदेश में 15 वर्ष सपा-बसपा की सरकार ने किसानों को कर्ज में डुबो दिया। उस कर्ज से किसानों को मुक्ति दिलाने का कार्य मुख्यमंत्री योगी ने एक लाख तक ऋण माफी कर चुकता किया तो मोदी ने किसान पेंशन योजना के तहत तीन किस्तों में छह हजार रुपये बिना बिचौलियों के खाते में डालने का कार्य किया। किसानों को समृद्धि बनाने के लिए फसल की डेढ़ गुना लागत दिया गया। जिसका नतीजा रहा कि यूपीए सहित सपा-बसपा को जनता ने नकार दिया। उन्होंने कहा कि किसान पेंशन के तहत जौनपुर के किसानों की संख्या सर्वाधिक है तो जनपद की जवाबदेही भी बनती है। प्रदेश सरकार कृषि यंत्रों पर 80 से लेकर 50 प्रतिशत तक का अनुदान देने का ही कार्य नही किया बल्कि मात्र तीन दिनों में प्रदेश के किसानों की सब्सिडी देने का रिकार्ड कार्य हुआ है। उन्होंने कहा सरकार ने सपा सरकार में लगाया गया यूरिया पर टैक्स को खत्म किया जिसका नतीजा रहा कि यूरिया सस्ती दर उपलब्ध हुई। विशिष्ट अतिथि केराकत विधायक दिनेश चौधरी ने कहा कि किसानों को समृद्धशाली बनाने का कार्य मोदी-योगी की सरकार ने किया है ऐसे में किसानों की भी जिम्मेदारी बनती है कि 2019 के चुनाव में जनता पुनः मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चयन करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रमुख श्रीपति उपाध्याय ने सुझाव दिया कि सरकार नहरों के पानी को बर्बाद न करे , उसे सीधे गाँव में बने तालाबों की तरफ करें। जिससे पानी के जलस्तर को ऊपर किया जा सके। इस दौरान नरेन्द्रदेव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज फैजाबाद निदेशक प्रोफेसर एपी राव, डॉ. शिवजीत यादव, भाजपा नेता सतीश सिंह ने संबोधित किया। इस दौरान सीडीओ गौरव वर्मा, कृषि उपनिदेशक जयप्रकाश, केराकत कृषि विज्ञान केंद्र समन्वयक डॉ. नरेन्द्र रघुवंशी, कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार, आत्मा से डॉ. रमेश यादव मौजूद रहे। संचालन वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह ने किया। बक्शा कृषि समन्वयक डॉ. सुरेश कुमार कनौजिया ने लोगो के प्रति आभार जताते हुए मुख्य अतिथि सहित अन्य लोगो को बुके देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम पूर्व मुख्य अतिथि ने कृषि विज्ञान केंद्र से निकलने वाली पत्रिका का विमोचन कर कृषि मेले का निरीक्षण किया। मुख्य अतिथि द्वारा मेले में प्रगतिशील किसान दुर्गा मौर्या, रामजीत मौर्य, उमानाथ यादव सहित दर्जन भर किसानों को सम्मानित कर हौसला बढ़ाया।