जौनपुर। जिले में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण होने वाली आपाधापी एवं जनता में चिंता की लहर को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जौनपुर के सदस्यों ने एक जागरूकता अभियान चला रखा है। जिसके तहत आज जौनपुर के वरिष्ठ सर्जन एवं प्रतिष्ठित ईशा अस्पताल के संचालक डॉ रजनीश श्रीवास्तव ने जनता से संवाद करते हुए अपनी बातों को रखा है। उन्होंने कहा की जौनपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जौनपुर के सदस्य चिकित्सक एवं जौनपुर प्रशासन कोरोनावायरस संक्रमण के अचानक बढ़ने से उत्पन्न स्थिति से निपटने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों की राय है की कोरोना वायरस संक्रमण के उपरांत रोगियों में बुखार, सर्दी, खासी, सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द आदि लक्षण आ सकते हैं। कुल रोग के लगभग 2 से 5% रोगियों में ही अत्यधिक गंभीर लक्षण आते हैं जिसमें L-3 लेवल के चिकित्सालयों की जरूरत पड़ सकती है, जहां bipap, वेंटिलेटर आदि उपलब्ध हो। अधिकांश रोगी विशेषज्ञों द्वारा बताई गई कोरोना प्रोटोकॉल दवाइयों से घर में रखते हुए ही ठीक हो जाते हैं। बुखार तो पांचवें छठे दिन तक उतर जाता है किंतु हर रोगी को 6 से लेकर 11वें या 12वें दिन तक सजग रहने की आवश्यकता है, क्योंकि इस दौरान कुछ रोगियों में अचानक गंभीर संकट उत्पन्न हो सकते हैं, जिनमें सांस लेने में कष्ट होना, ऑक्सीजन सैचुरेशन का गिर जाना, आदि लक्षण आते हैं। इसलिए रोगियों को चाहिए कि इस दौरान सजग रहें, अपना ऑक्सिजन लेवल चेक करते रहें और कभी कभी 6 मिनट वॉक टेस्ट भी कर लिया करें। ऐसी गम्भीर स्थिति उत्तपन्न होने पर रोगी को तुरंत अपने चिकित्सक की सलाह से किसी अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ सकती है। उन्होंने जनता से आवाहन किया कि कोरोनावायरस संक्रमण के गंभीर रोग से बचने के लिए सभी लोगों को वैक्सीनेशन अवश्य करवा लेना चाहिए। वैक्सीन लगने के उपरांत गंभीर रोग होने की संभावना बहुत ही कम होती है।
उन्होंने आगे कहा की संक्रमण की रफ्तार में अचानक अत्यधिक वृद्धि होने के कारण अस्पतालों में बिस्तर एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता में कहीं-कहीं कमी आ सकती है। जिसको दूर करने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जौनपुर के सदस्यगण एवं जौनपुर जिला प्रशासन भरसक प्रयासरत हैं। जनता से यह आवाहन है कि अनावश्यक रूप से ऑक्सीजन सिलेंडर की जमाखोरी न करें। यदि ऑक्सीजन सिलेंडर चिकित्सालयों के लिए उपलब्ध होंगे तो अधिक से अधिक रोगी चिकित्सालयों का उपयोग कर सकते हैं, और ऑक्सीजन वाले बेडों की संख्या में इजाफा किया जा सकता है। ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सालयों से संपर्क करके रोगी को भर्ती करवाने की कोशिश करें और यदि आपको इसमें कष्ट हो रहा है तो आप इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जौनपुर द्वारा जारी नंबरों पर अथवा जिला प्रशासन के इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेंटर पर संपर्क कर सकते हैं। आपको यह विश्वास दिलाया जाता है कि आपके कष्ट को दूर करने का हर मुमकिन प्रयास किया जाएगा। उन्होंने जनता को यह भी विश्वास दिलाया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जौनपुर के सदस्य चिकित्सालयों में तथा विशेष रूप से ईशा हॉस्पिटल में लिए जाने वाले बिलों के बारे में चार्जेज को व्यापक रूप से डिस्प्ले किया गया है। जिससे किसी भी प्रकार का नाजायज शोषण होने की संभावना नहीं रहती है। ईशा हास्पिटल ने ऑक्सिजन के लिए ऑक्सिजन कॉन्सेंट्रेशन की व्यवस्था भी विगत दिनो में कर ली है। प्रशासन के द्वारा जरूरत परने पर इंजेक्शन ramdesiveer भी उपलब्ध कराया जा रहा है
Home / Latest / जौनपुर। कोरोना में रोगियों को चाहिए सजग रहें, अपना ऑक्सिजन लेवल चेक करते रहें- डा. रजनीश श्रीवास्तव