फालोअप
शाहगंज(20जन.)। थाना क्षेत्र में दस दिन पूर्व वेस्टर्न यूनियन संचालक से हुई साढ़े सात लाख रुपये की लूट की घटना के बेहद करीब पुलिस पहुंच चुकी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस को सहयोग करने वाला मुखबिर ही लूट का मुख्य आरोपी है। फरार मुखबिर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस परेशान है।
बीते 10 जनवरी को हुई लूट की घटना के बाद पुलिस की टीमों के अलावा मुखबिरों को भी घटना की खुलासे के लिए लगाया गया था। जिसमें एक लुटेरे से भी पुलिस सहयोग ले रही थी। सप्ताहभर तक पुलिस उस लुटेरे मुखबिर के बताने पर क्षेत्र के अपराधियों को हिरासत में लेती रही। लेकिन मामला ढाक के तीन पात ही साबित होता रहा। थक हार कर जब पुलिस की सर्विलांस टीम ने मुखबिर लुटेरे का नंबर सर्विलांस पर लगाया तो उसके भांजे का नाम प्रकाश में आया। लुटेरा मुखबिर खुद को फंसता देख फरार हो गया। मदद करने वाला मुखबिर ही लुटेरा निकलने पर पुलिस के हाथ पांव फूल गए।
सूत्रों की मानें तो घटना के दो दिन पूर्व कौड़ियां चौराहे पर एक बीडीसी की दुकान पर लूट का पूरा प्लान तैयार किया गया था। जिसमें पुलिस का सहयोग कर रहा लुटेरा ही मास्टरमाइंड था। घटनास्थल से सटे गांव निवासी अपने भांजे को रेकी करने की जिम्मेदारी दी। घटना को अंजाम देने में छह बदमाशों की भूमिका रही। जिसमें एक बदमाश बैंक से ही वेस्टर्न यूनियन संचालक के साथ लगा रहा। तीन बदमाश लूट में शामिल रहे। जबकि दूसरी बाइक पर दो बदमाश साथियों को कवर करने का काम करते रहे। फिलहाल घटना में शामिल तीन बदमाश पुलिस की गिरफ्त में हैं।
इस मामले में पूछे जाने पर क्षेत्राधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना का जल्द ही खुलासा किया जायेगा। पुलिस बदमाशों के बेहद करीब पहुंच चुकी है।